आगामी बोर्ड परीक्षा में शामिल होने वाले विद्यार्थियों की लिए वर्तमान समय महत्वपूर्ण जानकारी सामने निकल कर आ रही है इसके बारे में आप सभी विद्यार्थियों के लिए पता होना चाहिए क्योंकि यह नियम बहुत जल्द प्रभावी हो चुके हैं जिसका आपको पता होना जरूरी है
वे सभी विद्यार्थी जो बोर्ड परीक्षा में शामिल होने जा रहे हैं उन सभी विद्यार्थियों की जानकारी के लिए बता दें कि केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के द्वारा हाल ही में बोर्ड परीक्षाओं से संबंधित कुछ नियमों में महत्वपूर्ण बदलाव किए गए है इसका पालन आप सभी अभ्यर्थियों के लिए करना आवश्यक होगा और सबसे पहले आपको इन नियमों के बारे में भी पता होना चाहिए।
अगर आप भी आगामी बोर्ड परीक्षा में शामिल होने जा रहे हैं तो फिर निश्चित तौर पर आपको भी बोर्ड परीक्षा से जुड़े हुए नए नियमों के बारे में पता होना चाहिए अगर आपको नए नियमों में हुए बदलाव के बारे में पता नहीं है तो आपको आज के इस आर्टिकल में दी गई जानकारी के आधार पर नए नियम के बारे में पता चल जाएगा इसलिए आपको आर्टिकल पूरा पाना है।
Board Exams New Rules
जैसा कि आपको आर्टिकल में बताया गया है कि केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के द्वारा बोर्ड परीक्षाओं के नियमों में परिवर्तन किया गया है और यह है बोर्ड परीक्षा के नए नियम 10वीं एवं 12वीं कक्षा के विद्यार्थियों के लिए बनाए गए हैं हालांकि परिवर्तित किए गए इन नियमों से सभी विद्यार्थियों को सुविधा होगी या असुविधा है उसके बारे तो अभी स्पष्ट रूप से कुछ नहीं कहा जा सकता है।
बताते चले कि जो केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के द्वारा बोर्ड परीक्षाओं के नियमों में बदलाव किया गया है उन नियमों का बदलाव सत्र 2025 में होने वाली बोर्ड परीक्षा में किया जा सकता है ऐसे में सीबीएसई बोर्ड परीक्षा में सम्मिलित होने वाले विद्यार्थियों को नए नियम के बारे में पता होना चाहिए और इन नियमों पर भी निर्भर होना चाहिए।
न्यूनतम उपस्थिति नियम
- सीबीएसई के नए नियम के अनुसार विद्यार्थियों को बोर्ड परीक्षा में शामिल होने के लिए न्यूनतम उपस्थिति दर्ज करानी होगी।
- विद्यार्थियों को बोर्ड परीक्षा में उपस्थिति दर्ज करने के लिए न्यूनतम 75% अटेंडेंस पूरी करनी होगी।
- 10वीं और 12वीं कक्षा के विद्यार्थियों को उपस्थित का खास ध्यान रखना होगा।
- विद्यार्थियों की उपस्थिति की गणना 1 जनवरी 2025 तक की जाएगी।
सीबीएसई बोर्ड नए नियम का उद्देश्य
सीबीएसई के द्वारा बोर्ड परीक्षा से संबंधित नए नियम में इसलिए परिवर्तन किया गया है और इसका उद्देश्य विद्यार्थियों की शैक्षिक गुणवत्ता में सुधार लाना है जिससे विद्यार्थियों को बेहतर शैक्षणिक सुविधा प्राप्त हो सके साथ ही वह सभी विद्यार्थी रटने की बजाय प्रायोगिक ज्ञान पर ध्यान दे सके।
बोर्ड परीक्षाओं के इन नए नियमों के माध्यम से केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा परिषद यह सुनिश्चित कर रहा है कि अधिक से अधिक विद्यार्थियों की कक्षाओं में उपस्थित ज्यादार हे और सभी विद्यार्थी बेहतर शिक्षा हासिल कर सके। सीबीएसई का कहना है कि नए नियमों को लागू करने के बाद में विद्यार्थियों को बेहतर व्यवहारिक ज्ञान प्राप्त हो सकता है।
इंटरनल मार्क्स नियम
सीबीएसई के द्वारा इंटरनल मार्क्स से संबंधित नियम है मैं भी बदलाव किया गया है जो इस प्रकार है
- सीबीएसई द्वारा विद्यार्थियों के इंटरनल मार्क्स को अंतिम बोर्ड परीक्षा में जोड़ा जाएगा।
- विद्यार्थियों को इंटरनल मार्क्स में न्यूनतम 40% अंक हासिल करने होंगे बाकी शेष 60% अंक विद्यार्थी बोर्ड परीक्षा से यहां से कर सकतेहैं।
- सीबीएसई द्वारा आंतरिक मूल्यांकन 40 : 60 के आधार पर किया जाएगा।
- इसके अलावा यह भी ध्यान रखा जाएगा कि विद्यार्थी निरंतर अध्ययन में लगा रहे।
ओपन बुक प्रणाली
सीबीएसई के द्वारा यह भी बताया गया है कि आगामी समय में केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड विद्यार्थियों के लिए ओपन बुक परीक्षा का भी आयोजन करवाएगी। ओपन परीक्षा के माध्यम से विद्यार्थी अपनी पसंदीदा विषय की परीक्षा में शामिल हो सकेंगे।
परीक्षा के दौरान विद्यार्थियों को पुस्तक एवं अन्य आवश्यक वस्तुओं का उपयोग करने की छूट प्राप्त हो सकेगी जिससे विद्यार्थियों को छात्र प्रश्नों का उत्तर रटने की बजाय सोच समझकर सामग्री का उपयोग कर सकेंगे। ओपन बुक जैसे नियमों को लाने का सीबीएसई का उद्देश्य विद्यार्थियों की आंतरिक शैक्षिक योग्यता को मजबूत करना है जिससे विद्यार्थी परिस्थितियों के आधार पर उत्तर देना सीख जाए ना कि रटकर उत्तर दें।