एम्पलाई पेंशन स्कीम के अंतर्गत कर्मचारियों को 1000 से 2000 रुपए तक की न्यूनतम पेंशन की सुविधा उपलब्ध करवाई जाती है और आप सभी की जानकारी के लिए बता दें कि इस इपीएस पेंशन योजना को सरकार के द्वारा 1 सितंबर 2014 के बजट में लाया गया था और तभी से यह स्कीम संचालित की जा रहीहै।
चूंकि इस स्क्रीम को लागू हुए एक बहुत लंबा समय बीत चुका है परंतु अभी तक सरकार के द्वारा इस स्कीम से उपलब्ध करवाई जाने वाली पेंशन राशि में किसी प्रकार का कोई भी परिवर्तन नहीं किया गया है जिसको लेकर दीर्घकाल एक समय से ही सभी पेंशनर्स के द्वारा पेंशन वृद्धि को लेकर मांग की जा रही है क्योंकि स्कीम के लागू होने के बाद से अभी तक इस धनराशि में कोई परिवर्तन नहीं किया गया है।
अगर आप सभी कर्मचारी भी इपीएस पेंशन के अंतर्गत पेंशन की सुविधा प्राप्त कर रहे है तो वर्तमान समय में ईपीएस पेंशन स्कीम से जुड़ी हुई एक नई खबर सामने निकल कर आ रही है जो आप सभी कर्मचारियों के लिए राहत प्रदान कर सकती है और अगर आप सभी व्यक्तियों को भी ईपीएस पेंशनसे जुड़ी हुई जानकारी प्राप्त करनी है तो आपको हमारे आर्टिकल में जुड़े रहना होगा और दी गई जानकारी ध्यान से पढ़नी होगी।
EPFO Pension Hike
हमारे देश के अनेक पेंशन भोगियों को आने वाले समय में खुशखबरी मिलने वाली है और यह खुशखबरी सरकार के द्वारा दी जा सकती है। आप सभी कर्मचारियों की जानकारी के लिए बताते चलें कि केंद्र सरकार के द्वारा वर्तमान समय में बढ़ रही महंगाई को ध्यान में रखते हुए कर्मचारी पेंशन योजना के अंतर्गत कर्मचारियों को उपलब्ध करवाई जाने वाली मासिक पेंशन को अपेक्षाकृत बढ़ाने पर विचार किया जा रहा है।
अगर हम कुछ मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो रिपोर्ट के अनुसार केंद्र सरकार के द्वारा कर्मचारी पेंशन योजना के अंतर्गत पेंशन में 650% की भारी बढ़ोतरी भी की जा सकती है और इसलिए ऐसा माना जा रहा है की एक संसदीय समिति कर्मचारी पेंशन योजना के अंतर्गत मूल्यांकन का कार्य करने जा रही है और अगर ऐसा हो जाता है तो निश्चित ही पेंशनर्स कर्मचारियों का भविष्य आर्थिक रूप से मजबूत एवं सुरक्षित हो जाएगा।
कर्मचारी पेंशन योजना में परिवर्तन
जैसा कि आप सभी को ज्ञात होगा कि वर्तमान समय में केंद्र सरकार के द्वारा जो कर्मचारी पेंशन योजना के अंतर्गत पेंशन भोगियों को पेंशन राशि प्रदान की जा रही है वह ₹1000 प्रति महीने प्रदान की जा रही है परंतु अब इसमें वृद्धि करने पर विचार किया जा रहा है और ऐसी जानकारी सामने निकल कर आ रही है कि सरकार के द्वारा कर्मचारी पेंशन योजना के अंतर्गत मिलने वाली पेंशन को 1000 रुपए से बढ़कर 7,500 रुपये कर दी जाएगी।
कर्मचारी पेंशन योजना की जानकारी
कर्मचारी पेंशन योजना एक ऐसी स्कीम है जिसके माध्यम से केंद्र सरकार के द्वारा अपने कर्मचारियों को पेंशन की सुविधा दी जाती है और कर्मचारियों को रिटायरमेंट के बाद गारंटीड पेंशन की सुविधा प्रदान करने के लिए केंद्र सरकार के द्वारा कर्मचारी पेंशन योजना की शुरुआत 16 नवंबर 1995 को की गई थी जिसके अंतर्गत कर्मचारी भविष्य निधि संगठन में संगठित क्षेत्र में कार्यरत लोगों के लिए लाभ दिया जाता है ताकि कर्मचारियों को सेवानिवृत्ति के बाद में अपने जीवन यापन करने के लिए एक गारंटीड पेंशन प्राप्त हो सके।
पेंशन की क्या है व्यवस्था
फिलहाल तो अभी कर्मचारियों को कर्मचारी पेंशन योजना के अंतर्गत केवल ₹1000 से लेकर ₹2000 तक की न्यूनतम पेंशन प्राप्त हो रही है और इसके लिए 1 सितंबर 2014 को बजटीय प्रावधान किया गया था परंतु तभी से अभी तक कोई पेंशन राशि में वृद्धि नहीं हुई है और पिछले कई वर्ष से श्रम संगठनों एवं ट्रेड यूनियन के द्वारा पेंशन वृद्धि को लेकर लगातार मांग की जा रही है।
ईपीएस समीक्षा पर संसदीय समिति का कथन
अगर हम फाइनेंस एक्सपर्ट की रिपोर्ट की माने तो रिपोर्ट के अनुसार भाजपा सांसद बसवराज बोम्मई की अध्यक्षता वाली संसदीय समिति के द्वारा श्रम मंत्रालय को कर्मचारी पेंशन योजना की समीक्षा करने को कहा गया है और रिपोर्ट में कहा गया है कि संसदीय समिति यह चाहती है कि सत्र 2025 के अंत अंत तक कर्मचारी पेंशन योजना की थर्ड पार्टी समीक्षा पूरी कर ली जाए।
कर्मचारी पेंशन योजना की रिपोर्ट
कर्मचारी पेंशन योजना की रिपोर्ट के अनुसार सबसे पहले कर्मचारी के लिए 2014 की तुलना में 2024 में जीवन यापन की लागत अपेक्षाकृत कई गुना बढ़ चुकी है जिसके कारण से अब न्यूनतम पेंशन ₹1000 कर्मचारियों के लिए काफी नहीं है और अब इस तर्क संगत के रूप में बढ़ाने की आवश्यकता है और इसलिए समिति के द्वारा यह सुझाव अभी दिया गया है कि न्यूनतम कर्मचारी पेंशन योजना के अंतर्गत पेंशन राशि को 7500 तक बढ़ाया जा सकता है।
इसके अलावा लोगों का मानना है कि अगर संसदीय समिति के द्वारा की गई सिफारिश को स्वीकृति प्राप्त हो जाती है तो फिर पेंशन लेने के लिए कुछ हद तक राहत प्राप्त हो सकती है साथ ही सेवानिवृत्ति के बाद में मिलने वाली पेंशन से बुजुर्गों को अपना गुजारा करने में किसी प्रकार की कोई भी आर्थिक समस्या का भी सामना नहीं करना पड़ेगा।