महाकुंभ मेले में भगदड़ की वजह से अब शाही स्नान नहीं होगा। जानकारी के लिए बता दें कि महाकुंभ मेले में जब मौनी अमावस्या आती है, तो तब साधु संतों द्वारा शाही स्नान आयोजित करवाया जाता है। इस बार भी इस स्नान को करवाया जाना था।
लेकिन भगदड़ की वजह से अब यह फैसला लिया गया है कि शाही स्नान निर्धारित समय पर नहीं होगा। दरअसल भगदड़ के कारण कुछ लोगों को नुकसान पहुंचा है। फिलहाल प्रशासन की तरफ से बचाव के काम को शुरू किया जा चुका है।
आज इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे महाकुंभ स्टाम्पीड से जुड़ी हुई पूरी जानकारी। इसलिए अगर आपको महाकुंभ मेले में होने वाली भगदड़ और अन्य महत्वपूर्ण जानकारी को जानना है तो इस पोस्ट को पढ़िए। हम आपको यह भी बताएंगे कि अब अमृत स्नान कौन से समय पर आयोजित करवाया जाएगा।
Mahakumbh Stampede
महाकुंभ मेले में लाखों करोड़ों लोग शामिल होते हैं जिसकी वजह से भीड़ बहुत ज्यादा बढ़ जाती है। जानकारी के लिए बता दें कि आज मौनी अमावस्या के दिन महाकुंभ मेले में भगदड़ की घटना हुई है। यह घटना संगम तट के समीप की है।
दरअसल मेले में हुई इस भगदड़ के कारण 15 लोग प्रभावित हुए हैं जबकि कुछ व्यक्ति बेहोश हो गए हैं। लेकिन इन सब के बचाव कार्य को शुरू किया जा चुका है। इस समय पूरी स्थिति को नियंत्रित कर लिया गया है। लेकिन अब निरंजनी अखाड़े ने यह फैसला लिया है कि स्नान जुलूस नहीं होगा।
हमारे प्रधानमंत्री को इस घटना के बारे में यूपी के मुख्यमंत्री योगी जी ने जानकारी दी है। वैसे अब महाकुंभ मेले में सब कुछ नियंत्रण में है लेकिन अब शाही स्थान रद्द कर दिया गया है।
अमृत स्नान का बदला समय
महाकुंभ मेले में हुई भगदड़ के कारण अब अमृत स्नान के समय को बदल दिया गया है। बताते चलें कि मौनी अमावस्या की वजह से मेले में भारी मात्रा में लोगों की भीड़ उमड़ गई थी। दरअसल पहले यह निर्धारित किया गया था कि सुबह के 4 बजे से अखाड़े में स्नान की शुरुआत की जाएगी।
पर भगदड़ की घटना के पश्चात इस समय को प्रशासन की तरफ से बदल दिया गया है। अब यह अमृत स्नान 10 बजे से शुरू किया जाएगा। लेकिन फिर भी सारे अखाड़ों का स्नान खत्म होते-होते पूरा दिन लग जाएगा।
यहां आपको हम यह भी बता दें कि कुल 13 अखाड़ों में अमृत स्नान का आयोजन होगा और इनमें किन्नर, वैष्णव और शैव अखाड़ा भी सम्मिलित हैं। इस तरह से महानिर्वाणी और अटल अखाड़ा पहले संगम में स्नान की प्रक्रिया को पूरा करेंगे।
मौनी अमावस्या के कारण हुई थी भीड़
मौनी अमावस्या से एक दिन पहले ही महाकुंभ में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ जमा हो गई थी। बताते चलें कि प्रयागराज की गलियों में, सड़कों में और हर तरफ लोग ही लोग दिखाई दे रहे हैं हैं। प्रयागराज में चारों ओर केवल श्रद्धालु ही श्रद्धालु हैं।
इतना ही नहीं बस स्टैंड और रेलवे स्टेशन पर भी हद से ज्यादा भीड़ है। ऐसे में इन जगहों पर आपको इतना स्थान भी नहीं मिलेगा कि आप अपना पैर रख सको। लेकिन श्रद्धालुओं के मन में इतना ज्यादा उत्साह है कि वे किसी भी कठिनाई को आसानी से सहन करने के लिए तैयार हैं।
बसंत पंचमी पर होगा तीसरा अमृत स्नान
इस साल बसंत पंचमी का त्यौहार 3 फरवरी सोमवार को मनाया जाएगा। तो इसलिए बसंत पंचमी के दिन सारे अखाड़ों में तीसरा अमृत स्नान आयोजित होगा। इस तरह से तृतीय अमृत स्नान के मौके पर सारे श्रद्धालु हर्ष उल्लास के साथ अमृत स्नान कर सकेंगे।