हर इंसान चाहता है कि वह अपने खुद के घर में रहे क्योंकि अपने घर में जो राहत मिलती है वह कहीं और नहीं मिल सकती। लेकिन समस्या यह है कि घर बनाने के सपने को साकार करना गरीब लोगों के लिए बहुत मुश्किल होता है।
इसीलिए हमारे देश में पीएम आवास योजना शहरी 2.0 को आरंभ किया गया है। इस योजना के अंतर्गत पात्रता रखने वाले नागरिकों को होम लोन पर ब्याज सब्सिडी का लाभ दिया जा रहा है। इसलिए आप इस स्कीम के बारे में पूरा विवरण जानकर अपना खुद का घर बना सकते हैं।
आज के इस आर्टिकल में हम आपको पीएम आवास योजना अर्बन सब्सिडी के बारे में बताने जा रहे हैं। आपको आज हम बताएंगे कि कैसे आप होम लोन पर ब्याज सब्सिडी प्राप्त कर सकते हैं। इसकी पूरी जानकारी आपको विस्तार से अगर चाहिए तो हमारा आर्टिकल पूरा पढ़िए।
PM Awas Yojana Urban Subsidy
पीएम आवास योजना अर्बन सब्सिडी के माध्यम से सरकार द्वारा लाभार्थी नागरिकों को होम लोन पर राहत दी जाती है। जानकारी के लिए बता दें कि सरकार इस योजना के तहत होम लोन पर ब्याज में छूट प्रदान करती है। इस प्रकार से आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग, निम्न आय वर्ग और मध्यम आय वर्ग के लोगों को फायदा मिलता है।
मान लीजिए कि अगर कोई व्यक्ति 35 लाख रुपए तक के घर को खरीदने के लिए 25 लाख रुपए का होम लोन लेता है तो इसे राहत दी जाएगी। इस प्रकार से योजना के तहत पहले 8 लाख रूपए के लोन पर 12 वर्ष तक 4% ब्याज सब्सिडी मिलेगी। यहां आपको यह भी बता दें कि सरकार इस सब्सिडी को 1.80 लाख रुपए तक की राशि में 5 वार्षिक किस्तों में प्रदान करेगी
इसके साथ ही हम आपको यह भी बता दें कि लाभार्थी नागरिक अपनी सब्सिडी की राशि से संबंधित जानकारी आधिकारिक वेबसाइट के द्वारा देख सकते हैं। साथ ही ओटीपी या स्मार्ट कार्ड के माध्यम से भी इस बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
पीएम आवास योजना अर्बन सब्सिडी के लिए पात्रता
पीएम आवास योजना अर्बन सब्सिडी के लिए जो पात्रता निर्धारित की गई है इसके बारे में जानकारी निम्नलिखित है –
- ईडब्ल्यूएस, एलआईजी, एमआईजी परिवार के लोगों को पात्र माना गया है।
- संबंधित श्रेणी के नागरिकों का पूरे देश में किसी भी स्थान पर अपना कोई पक्का मकान नहीं होना चाहिए।
- ईडब्ल्यूएस श्रेणी के तहत आने वाले नागरिकों की वार्षिक आय 3 लाख रुपए तक होनी चाहिए।
- एलआईजी वर्ग के नागरिकों की सालाना कमाई 3 लाख से 6 लाख रुपए तक होनी चाहिए।
- जबकि एमआईजी परिवार के नागरिकों की सालाना आय 6 लाख रुपए से 9 लाख रुपए तक रखी गई है।
प्रधानमंत्री आवास योजना अर्बन 2.0 के 4 मुख्य हिस्से
यहां आपकी जानकारी के लिए बता दें कि पीएम आवास योजना अर्बन 2.0 के अंतर्गत घर बनाने और किराए पर घर लेने के लिए चार प्रकार की योजनाएं हैं जिनके बारे में निम्नलिखित बताया गया है –
- लाभार्थी आधारित निर्माण यानी बीएलसी के अंतर्गत आने वाले नागरिकों के पास अपनी खुद की जमीन होती है और वे योजना के अंतर्गत अपना घर बना सकते हैं।
- इसका दूसरा हिस्सा है एएचपी यानी भागीदारी में किफायती आवास और इसमें सरकार एवं निजी कंपनियां मिलकर सस्ते घरों को बनातीं हैं।
- अगला है किफायती किराए के आवास यानी एआरएच और इसके अंतर्गत जिन लोगों के पास अपना खुद का मकान नहीं है वे सस्ते किराए पर अपना घर ले सकते हैं।
- इसी प्रकार से अगला हिस्सा है ब्याज सब्सिडी योजना यानी आईंएसएस, इसमें सरकार होम लोन पर लाभार्थियों को ब्याज में छूट प्रदान करती है ताकि घर बनाना और खरीदना इनके लिए आसान हो सके।